ट्रम्प कार्रवाई के ख़िलाफ़ वैश्विक विरोध प्रदर्शन जारी
अंतर्राष्ट्रीय कुरान न्यूज एजेंसी (IQNA)के लिऐ, एनाटोलियन समाचार एजेंसी के हवाले से, स्विट्जरलैंड, जर्मनी, नीदरलैंड और स्वीडन में कई प्रदर्शन किए गऐ, और प्रदर्शनकारियों ने फिलिस्तीनियों के साथ एकजुटता के नारे के साथ देश के झंडे को उठाऐ।
जिनेवा में, प्रदर्शनकारी, संयुक्त राष्ट्र के सामने ऐकत्र हुऐ और इस कदम के खिलाफ अपने विरोध की घोषणा की। प्रदर्शनकारियों ने ट्रम्प और इजराइल के खिलाफ नारे लगाए, बैनर, जिस पर "फिलिस्तीन आज़ाद, इजरायल का क़ब्ज़ा समाप्त" बोल लिखे हुऐ थे।
सैकड़ों लोग हाथों में इन नारों "क़ुद्स से हाथ उठा लो", "क़ुद्स, फ़िलिस्तीन की राजधानी है" और "नहीं, हम आपको क़ुद्स नहीं देंगे।"के साथ बैनर उठाऐ इंटरनेशनल हेग ट्रिब्यूनल की बिल्डिंग के सामने इकट्ठे हुए।
स्वीडन की राजधानी स्टॉकहोम में, 2000 से अधिक प्रदर्शनकारियों ने अमेरिकी दूतावास की ओर प्रदर्शन किया और "फिलिस्तीनी स्वतंत्रा" के नारे लगाऐ।
"डॉरो फिलर" एक स्वीडिश यहूदी कार्यकर्ता, , प्रदर्शन में एक भागीदार ने ट्रैम्प की कार्रवाई की निंदा करते हुए कहा कि क़ुद्स पवित्र शहर मुस्लिम, यहूदी और ईसाई सब का है।
डॉर्टमुंड और ब्रेमेन सहित जर्मन शहरों में भी विरोध रैलियां आयोजित की गईं और इस कार्वाई को मानव अधिकारों का उल्लंघन कहा गया।
कनाडा के शहर भी ट्रम्प निर्णय के खिलाफ प्रदर्शन के गवाह
सैकड़ों फिलिस्तीनियों और उनके समर्थकों ने शनिवार को ओटावा में अमेरिकी दूतावास से इजरायल दूतावास तक मार्च किया और कनाडियन सरकार से अनुरोध किया कि वह ट्रम्प को अपना निर्णय वापस लेने के लिए मजबूर करें।
टोरंटो में सैकड़ों अन्य प्रदर्शनकारी,अमेरिकी वाणिज्य दूतावास के सामने एकत्र हुए, और ट्रम्प के फैसले का विरोध किया। प्रदर्शनकारियों ने फिलिस्तीनी झंडे के साथ सड़कों को कवर किया और "फिलिस्तीन मुक्त" नारे को अंतरिक्ष में फैला दिया।
विंसवर्थ और ओन्टेरियो के शहरों में अन्य प्रदर्शनों को आयोजित किया गया।
कनाडा के विदेश मंत्रालय ने कहा कि उसने क़ुद्स को ज़ियोनिस्ट शासन की राजधानी के रूप में मान्यता नहीं दी थी।
क़ुद्स हवाले से अमेरिकी नीति में अचानक बदलाव,
फिलिस्तीन, तुर्की, मिस्र, जॉर्डन, ट्यूनीशिया, अल्जीरिया, इराक, ईरान और अन्य इस्लामिक देशों सहित अन्य देशों में कई प्रदर्शन किए गऐ हैं।
तेल अवीव में शेष दुनिया के साथ-साथ विरोध प्रदर्शन
हजारों इजरायलियों ने तेल अवीव में शनिवार को विरोध किया और सरकार के भ्रष्टाचार और प्रधान मंत्री बेंजामिन नेतन्याहू की बयानबाजी पर उनके खिंला विरोध प्रदर्शन की घोषणा की।
जांच की फ़ाइल में भ्रष्टाचार के दो मामलों में शामिल होने का संदेह है
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